वाक़िफ हूं मै, अपनी जिंदगी की हर हार से । वाक़िफ हूं मै, अपनी जिंदगी की हर हार से ।
यूँ तो बेबसी कहो या चाहत की इन्तेहाँ कोई, यहाँ हर खामोशी के पहलू में छुपा कोई राज़ है। यूँ तो बेबसी कहो या चाहत की इन्तेहाँ कोई, यहाँ हर खामोशी के पहलू में छुपा कोई रा...
हा मोहब्बत। है हा मोहब्बत। है
ग़र मोहब्बत नहीं होती ग़र मोहब्बत नहीं होती
चेहरे से चमक जो छलके, केशों से लिपट आपके, नज़रें झुका के यूँ ना सनम, मेरी जान लीजिएगा... चेहरे से चमक जो छलके, केशों से लिपट आपके, नज़रें झुका के यूँ ना सनम, मेरी जान ल...